यदि "महाभारत" को पढ़ने का समय न हो तो भी, इसके नौ{9} सार-सूत्र को ही समझ लेना........
👉📜हमारे जीवन में ये उपयोगी सिद्ध हो सकते है!📜
1. संतानों की गलत माँग व हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया तो, अंत में आप असहाय हो जायेंगे - कौरव
2. आप भले ही कितने बलवान हो लेकिन अधर्म के साथ हो तो आपकी विद्या, अस्त्र-शस्त्र शक्ति और वरदान सब निष्फल हो जायेगें - कर्ण
3. संतानों को इतना महत्वाकांक्षी मत बना दो कि वो विद्या का दुरुपयोग कर स्वयंनाश व सर्वनाश को आमंत्रित करे - अश्वत्थामा
4. कभी किसी को ऐसा वचन मत दो कि आपको अधर्मियों के आगे समर्पण करना पड़े - भीष्म पितामह
5. संपत्ति, शक्ति, सत्ता का दुरुपयोग व दुराचारियों का साथ, अंत में स्वयंनाश के दर्शन कराता है - दुर्योधन
6. मुद्रा, मदिरा, अज्ञान, मोह व काम यदि अंध व्यक्ति में हो तो स्वयं के साथ सत्ता को भी विनाश की ओर ले जाती है - धृतराष्ट्र
7. यदि व्यक्ति के पास विद्या, विवेक से बँधी हो तो, विजय आपको अवश्य मिलेगी - अर्जुन
8. हर कार्य में छल, कपट व प्रपंच रच कर आप हमेशा सफल नहीं हो सकते - शकुनि
9. यदि आप नीति, धर्म व कर्म का सफलता पूर्वक पालन करेंगे, तो विश्व की कोई भी शक्ति आपको पराजित नहीं कर सकती - युधिष्ठिर
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